शराब के स्थान पर भांग को प्रमोट करें । जिस दिन यह हो गया शराब का कांटा अपने आप निकल जायेगा क्योंकि भांग व्यक्ति को स्थिर करती है जिससे व्यक्ति कोई गलत काम नही करता ,जबकि शराब व्यक्ति को अस्थिर करती है जिसके बाद व्यक्ति कोई गलत काम नहीं छोड़ता । इसलिए शराब माफिया से मोटी रकम लेकर विश्व की अधिकतर सरकारों ने भांग पर प्रतिबंध लगा दिया और शराब को जमकर प्रोत्साहित किया। इससे समाज का तेजी से नैतिक पतन हुआ । अमेरिका , यूरोप के लोग सरकारों के इस षड्यंत्र को शीघ्र ही भांप गाए और social media का उन्होंने जमकर लाभ लिया । उन्होंने निरंतर अभियान चलाकर शराब का उचित विकल्प भांग पर लगे प्रतिबंध को हटवा लिया । इससे वहां का शराब और नशा माफिया तिलमिलाया हुआ है । जापान की राष्ट्रवादी सरकार को शराब माफिया ने जमकर रिश्वत दी है कि वहां की ईमानदार सरकार शराब को प्रमोट करे इसलिए जापान की राष्ट्रवादी सरकार जापान के लोगों का नैतिक पतन करने हेतु 20 से 39 वर्ष की लड़कियों और लडकों के बीच अधिक से अधिक शराब पीने के लिए प्रतियोगिता करवा रही है । भारत में शराब से सबसे अधिक हानि हिंदू समाज की हुई है क्योंकि मुस्लिम समाज के मदरसा सिस्टम से निकले मौलवी मुस्लिम समाज को सरकारी षड्यंत्र से बचाकर रखते हैं। जबकि हिंदू समाज के सरकारी षड्यंत्र के चलते गुरुकुल समाप्त कर दिए गए हैं । जिससे हिंदू समाज को सही दिशा देने वाले धर्मगुरु बहुत ही कम मात्रा में बचे हैं । शराब के कारण हिंदू समाज का नैतिक पतन होने के साथ साथ शारीरिक पतन भी हो रहा है । शराब के कारण अधिकतर हिंदू समाज के लोगों के liver खराब हो रहें हैं । जिस प्रकार रिफाइंड तेल के विरुद्ध अभियान चलाकर सफोला तेल वालों को सरसों का तेल बेचने पर हमने मजबूर कर दिया उसी प्रकार हमे अमेरिका यूरोप की जनता की तरह भांग को प्रमोट करने का अभियान चलाना चाहिए ।
अगर शराब के स्थान पर भांग को प्रमोट किया जाता है तो आयुर्वेद भी प्रमोट होगा क्योंकि कई आयुर्वेदिक ओषधिओ का base है। भांग पर लगा प्रतिबंध अगर हटता है तो शराब माफिया के साथ साथ मेडिकल माफिया का कांटा भी निकल जायेगा ।
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