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पंजाब को जट्ट सिख राजनीति से मुक्ति के साथ साथ धार्मिक क्रांति की भी आवश्यकता है । पंजाब के गांवों में सीखों सनातन धर्म को समाप्त कर दिया है । जिसका लाभ ईसाई मिशनरी उठा रही है । जिन गांवों की हवाओं कभी राम कृष्ण के भजन कानों ने रस घोलते थे वहाँ अब नीरसता है । राम और कृष्ण भारत की एकात्मता का सूत्र हैं जो पंथ या सम्प्रदाय इन पर कटाक्ष करता उसपर इतना तीव्र प्रहार हो चाहिए कि उनके कानों में से धुआं निकल जाए । पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों को रामायण गीता के ज्ञान और राम कृष्ण के भक्ति रस में डुबोने का उचित समय है क्योंकि पंजाब की धरती पर निराकार की उपासना के नाम पर कई गुरु ,पीर फ़क़ीर स्वयं ही भगवान बन बैठें हैं । जब तक आशुतोष जी महाराज जीवत थे पंजाब में आशा की किरण दिखती थी । उनके समाधि लेने के उपरांत अब केवल एक ही संस्था से उम्मीद है वह है इस्कॉन । इस्कॉन ही वह संस्था है जो इसाई मशीनरी को काउन्टर कर सकती है ।पंजाब की पिच खाली है । अगर इसको जल्द ही भरा नहीं गया तो पंजाब की धरती अगला नागालैंड बन सकती है ।
पंजाब हिंदुओ की पावन धरती है । 1.पंजाब की लगभग 44% जनसंख्या हिन्दू है । 2.पंजाब का मुख्य त्यौहार दीवाली ,विजयदशमी , महाशिवरात्रि ,श्री कृष्ण जन्माष्टमी है । 3. पंजाब सबसे बड़ा राजा हर्षवर्धन और पोरस थे । 4. पंजाब की धरती पर महर्षि वेदव्यास ने पवित्र वेदों को लिखत रूप दिया था । 5. रामायण की रचना महर्षि बाल्मीकि ने पंजाब की धरती पर की थी। 6. लव कुश का जन्म पंजाब में हुआ 7. योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण ने पंजाब की धरती पर गीता का उपदेश दिया । 8. लाला लाजपत राय , सुखदेव ,मदन लाल ढींगरा ,लाला किचलू असँख्य हिन्दुओं ने बलिदान दिया ।
1.सिखों को अल्पसंख्यक के नाम पर मिलने वाली सब सुविधाएं मिलती हैं । 2. एक तरफ जट्ट सिख और खत्री सिखों को छोड़कर सब सिखों को चाहे वह रामदसिया हो या मज़हबी सब को reservation भी मिलती है दूसरी तरफ यह दावा किया जाता है । कि सिखी में कोई जात पात नहीं 3.हिन्दुओं को केवल एक लाभ मिलता कि वह HUF हिन्दू undivided family बना कर कुछ इनकम टैक्स की बचत कर सकता है । सिख भी HUF बना सकतें हैं । बड़े बड़े सिख लीडर जो कहते हैं कि हम हिन्दू नहीं हैं वह hindu undivided family बना कर बैठे हैं । सिख समुदाय की एक बहुत बड़ी मांग है कि संविधान में यह लिखा है कि hindu includes sikh ,jain ,bodh also में से सिखों को अलग किया जाए । मैं सिख समाज की इस मांग का समर्थन करता हूँ । ऐसा होने से सिखों को resevation और huf का लाभ भी छोड़ना पड़ेगा ।