भारत के लोगों के लिए create किया गया फर्जी आदर्श देश जापान की सरकार ने जापान में शराब के उपभोग को बढ़ाने के लिए एक अभियान चलाया है जिसमें 20 से लेकर 39 वर्ष के लडके लडकियां भ्रस्ट जापानी सरकार के निशाने पर हैं । इसके लिए जापान सरकार यह प्रतियोगिता करवा रही है कि जो लडका लडकी अधिक से अधिक शराब पियेगा वह विजेता रहेगा । यह सब शराब माफिया के रिश्वत का कमाल है ,जिनसे पैसा खाकर तथाकथित ईमानदार जापानी सरकार ने यह कदम उठाया है । जापान की परिवार और समाज व्यवस्था ,धर्म और संस्कृति सरकारी षड्यंत्र की भेंट चढ़ गए है । जापान की सरकार का पूरा प्रयास है कि जापान के समाज का बिल्कुल नैतिक पतन हो जाए ताकि जापान के समाज पर नियंत्रण करना बिल्कुल आसान हो जाए ।इसके लिए समाज को अश्लील वीडियो मुफ्त में उपलब्ध करवाए जातें हैं । शराब और नशों को सरकार द्वारा बढ़ावा दिया जाता है। महिलाओं को फेमिनिज्म की मूवमेंट चला कर बढ़काया जाता है और सरकार द्वारा नारी मुक्ति के कानून बना कर नारी को परिवार से निकाल कर सेक्स बाजार में धकेल दिया जाता है । फिर नारी जाति का जमकर शोषण किया जाता है ।जो नारी त्याग की प्रतिमूर्ति
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कई लोगों को लगता है कि इंग्लैंड का अगले अगले दस वर्षों में मियां लैंड बनने के पीछे मियां लोगों का हाथ है । उनसे मैं कहना चाहता हूं पहले जनसंख्या के आंकड़ों पर एक नजर मारे । आज भी मियां पापुलेशन इंग्लैंड में केवल 8% ही है । जबकि भारत में यह संख्या लगभग 20% के पास है । इंग्लैंड के मियां लैंड बनने में मुख्य भूमिका कारपोरेट द्वारा इंग्लैंड की परिवार व्यवस्था को नारीवाद के आंदोलन , धर्म संस्कृति को नष्ट करने, मियां पॉपुलेशन को सस्ती लेवर के लिए आयात करने मेंके जरिए ध्वस्त करने में अधिक है ।2011 में यहां ईसाई जनसंख्या 60% थी वह अब घटकर 30% रह गई है । यह 30% पॉपुलेशन भी बूढ़ों की अधिक है, इंग्लैंड के जवान लोग तो पबो और डांस बार में बैठे हैं ।इसके इसका मुख्य कारण कॉरपोरेट्स के इशारे पर कामरेड द्वारा चलाई गई नास्तिकता की मुहिम है जिसने इंग्लैंड की धर्म संस्कृति को जड़ से समाप्त कर दिया गया है ।दूसरी ओर कारपोरेट के इशारे पर सरकार द्वारा समाज का नैतिक पतन कर दिया गया है और नारीवाद का आंदोलन चलाकर इंग्लैंड की परिवार व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया दिया है । शक्तिशाली चर्च भी इस ना