पंचनद (पंजाब) में हमारे नगर के निकट श्री रणकेश्वर महादेव का मंदिर । इस स्थान पर विराजमान स्वयम्भू शिवलिङ्ग है । कुरुक्षेत्र के रण को कूच करते समय पांडवों ने योगेश्वर श्री कृष्ण सहित यहां महादेव के अराधना की थी इसलिये इसका नाम रणकेश्वर महादेव पड़ गया । इस प्रचीन मंदिर में एक दिन मैं परिवार सहित माथा टेकने गया । तो वहां पर चोटी धारी विद्यार्थियों को देखा तो मन प्रश्न हो गया ।पूछने पर पता चला कि इस मंदिर के तत्वावधान में एक गुरुकुल भी चल रहा है जिसमें वेद शास्त्र की पढ़ाई होती है । वहां के मुख्य डेरेदार के कक्ष में मैं उसको नमन करने चला गया । थोड़ा सा पास से पैर छूने लगा तो उसने मुझे बहुत बदतमीजी से कहा दूर रह । मैंने उस सेवादार से पूछा कि क्या मैं सँस्कृत सीख सकता हूँ ।तो उसने पूछा किस जाति से हो तो मैंने उससे कहा बनिया जाति से हूं तो उसने कहा पहले ब्राह्मण के पेट से पैदा होना फिर बात करना । यह सुन कर मुझे बहुत गुस्सा आया और दुख भी हुआ । उस दिन पहली बार छुआछूत का अहसास हुआ कि जब यह लोग बनिया समाज से इतनी नफरत कर सकतें हैं जो इस मंदिर को अकूत दान देतें हैं तो दलित समाज की क्या हालात होगी ।
दूसरी घटना आज की है हमारे नगर के पास एक गुरुकुल चलता है एक स्थानीय प्रसिद्ध डेरे में । उनके मुख्य सेवादार से आज मुलाकात हुई । मैंने उनसे पूछा कि आपके गुरुकुल में किसको लेतें हैं । उन्होंने कहा कि नीच समाज के लोगों को दाखिल नहीं किया जाता । अच्छी बात यह रही कि इसका विरोध वहाँ पर बैठे सभी ब्राह्मणों ने किया ।
आज मुझे पता चला कि गुरुकुल व्यवस्था क्यों समाप्त हुई। एक तो अँगरेज और सरकार की साजिश तो है ही ।दूसरा यह जन्म पर स्वयं को श्रेष्ठ मानना और दूसरों को नीच मानना भी एक बहुत बड़ा कारण है जिसको पहले अंग्रेजों ने ने और फिर सरकार ने हिन्दू समाज को बहुत भड़काया । जिस हिन्दू धर्म में जन्म के समय सबको समान माना गया है । उसको कोई भी बदनाम नहीं कर सकता और ऐसे लोगों का विरोध ब्राह्मण समाज को करना चाहिये और sc st एक्ट जैसे घटिया कानून का विरोध sc st वर्ग को करना चाहिये ।तांकि सरकार ,कॉमरेड और कॉरपोरेट की साजिश कि हिन्दू समाज को जड़ से नष्ट किया जाए ,कामयाब ना हो । जब तक छुआछूत की fault line हिन्दू समाज में मौजूद रहेगी तब तक कॉमरेड ,कॉरपोरेट और सरकार की तिकड़ी इसका उपयोग हिन्दू समाज को तोड़ने के लिये करता रहेगा
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