अमेरिका महान जोकि विश्व का सबसे अधिक बीमार देश है वहां पर शुद्ध खाने पीने पर प्रतिबंध है और मिलावटी खाना legal है । जैसे अमेरिका में आप ताज़ा दूध बेच नहीं सकते । अमेरिका में केवल थैली वाला पांच छह दिन पुराना दूध ही बिक सकता है जिसमे केमिकल मिला होता है । खाने के लिये केवल केमिकल युक्त ब्रेड आदि ही उपलब्ध है इसलिये अमेरिका में विश्व के सबसे अधिक कैंसर , मधुमेह के मरीज हैं । नीचे दुनिया के सबसे अधिक बीमार देश बताए गए हैं। भारत भी अब धीरे धीरे इस लिस्ट में ऊपर बढ़ रहा है क्योंकि यहां भी सब कुछ अब पैकेटबंद मिलने लगा है जिसमें थूक , केमिकल सब मिला होता है । क्या दूध हो ,क्या तेल हो , क्या आटा हो सब में केमिकल मिलाये जातें है । अगर हम आटा , दूध ,मक्खन ,देशी घी , हल्दी मिर्च मसाला ,नमक , तेल आदि अपना पिसवायें या ताज़ा लें तो हम अमेरिका की तरह बीमार होने से बच सकतें हैं ।
सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम
नमस्कार मित्रों आज हम चर्चा करेंगे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के बारे में। हम चर्चा करेंगे कि कैसे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम से हरेक पैमाने पर अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम कैसे उपभोक्ता के लिए भी अच्छा है और पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के अंतर को जाने के लिए सबसे पहले हम एक उदाहरण लेते हैं l इस लेख को पूरी तरह समझने से लेख के साथ जो हमने चार्ट लगाया है उसे ध्यान से देखें । मान लो पंजाब में एक शहर है संगरूर ।इसके इर्द गिर्द लगभग 500 व्यक्ति कुल्फी बनाने के धंधे में लगे हुए हैं। यह लोग गांव से दूध लेकर रात को जमा देते हैं और सुबह तैयार कुल्फी शुरू शहर में आकर बेच देते हैं ।इस तरह आपको ताजा कुल्फी खाने को मिलती है ।यह सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम का एक उदाहरण है। दूसरी तरफ पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम में संगरूर शहर के गावों का दूध पहले 72 किलोमीटर दूर लुधियाना में बसंत आइसक्रीम के प्लांट में ट्रकों में भर भर के भेजा जाता है ।वहां पर इस प्रोसेसिंग करके इसकी कुल्फी जमा
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें