इस sc st एक्ट से कौन सा देश और sc वर्ग को लाभ पहुँचेगा । उल्टा लोग sc st वर्ग से अब कन्नी काटने लगे हैं ।
1. किसी sc को loan की जरूरत हो कोई नहीं देता । क्योंकि वापिस मांगने पर st लगाने का डर लगा रहता है ।
2. कोई sc वर्ग को नौकरी नहीं देता । केवल सरकारी नौकरी है ही कितनी । नौकरी दो तो sc st एक्ट लगने का डर ।
3. कोई business सम्बंध नहीं रखना चाहता क्योंकि बिजनेसमैन अपना काम धंधा करेगा या जेल कटेगा ।
4. कोई sc st वर्ग को trainee नहीं रखेगा ,कोई help नहीं करेगा क्योकि sc st एक्ट लगने का डर ।
99% sc st वर्ग मन ,वचन कर्म से हिन्दू है और धर्म निष्ठ है केवल 1% sc st वर्ग इस कानून का जमकर दुरुपयोग कर रहें हैं जिससे 99% sc st लोग समाज से कट जाएंगे । याद रहे कि सरकारी नौकरी से समाज के किसी वर्ग की upliftment नहीं हो सकती । अगर केवल सरकारी नौकरी से कोई वर्ग अमीर बन सकता तो आज आज़ादी के 70 वर्ष के बाद sc st वर्ग देश का सबसे सम्पन्न समाज होता और बनिया समाज जो सरकारी नौकरी के स्थान पर अपना व्यवसाय करना चाहता है वह देश का सबसे गरीब वर्ग ।
यह sc st एक्ट इस वर्ग की उन्नति में सबसे बड़ा रोड़ा बनेगा । इस एक्ट के विरुद्ध sc st वर्ग को ही आवाज़ उठानी होगी । यह act sc st वर्ग के विरुद्ध रचा गया सबसे बड़ा षड्यंत्र है । निर्दोष लोगों को इस एक्ट का दुरुपयोग बन्द होना चाहिए । नहीं तो वर्तमान अदालती निजाम से तालिबान की शरीया अदालत को मैं पसंद करूंगा ।
सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम
नमस्कार मित्रों आज हम चर्चा करेंगे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के बारे में। हम चर्चा करेंगे कि कैसे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम से हरेक पैमाने पर अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम कैसे उपभोक्ता के लिए भी अच्छा है और पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के अंतर को जाने के लिए सबसे पहले हम एक उदाहरण लेते हैं l इस लेख को पूरी तरह समझने से लेख के साथ जो हमने चार्ट लगाया है उसे ध्यान से देखें । मान लो पंजाब में एक शहर है संगरूर ।इसके इर्द गिर्द लगभग 500 व्यक्ति कुल्फी बनाने के धंधे में लगे हुए हैं। यह लोग गांव से दूध लेकर रात को जमा देते हैं और सुबह तैयार कुल्फी शुरू शहर में आकर बेच देते हैं ।इस तरह आपको ताजा कुल्फी खाने को मिलती है ।यह सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम का एक उदाहरण है। दूसरी तरफ पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम में संगरूर शहर के गावों का दूध पहले 72 किलोमीटर दूर लुधियाना में बसंत आइसक्रीम के प्लांट में ट्रकों में भर भर के भेजा जाता है ।वहां पर इस प्रोसेसिंग करके इसकी कुल्फी जमा
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