चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने लड़कियों को विवाह के लिये उत्साहित करने के लिये एक नया शिगूफा छोड़ा है जिसको कहतें हैं left over women । जो महिला 27 साल की उम्र तक विवाह नहीं करवाती चीनी कम्यूनिस्ट उसका left over women कहकर चिढ़ाते हैं । यहां भारत के कम्युनिस्ट एक तरफ विवाह को दकियानूसी सोच बता कर महिलाओं का राष्ट्रीयकरण करने के पक्षधर हैं जैसा कि इनका बौद्धिक बाप कार्ल मार्क्स समझा कर गया है दूसरी तरफ इनके आजकल के मालिक जिनका पट्टा भारत के कम्युनिस्ट गले में डालकर घूमते हैं उनको एक देश के विकास में विवाह नामक सनातन संस्था का कितना महत्व है इसका पता चल चूका है । लेकिन चीन में पूंजीवादी मॉडल के कारण महंगाई इतनी बढ़ चुकी है कि वहाँ पर आप चाहकर भी पत्नी और बच्चों को afford नहीं कर सकते । लेकिन माता पिता के दवाब के चलते चीन में renting a girlfriend/boyfriend नाम का concept आया है । जिसमें 600 युआन से लेकर 1000 युआन तक प्रतिदिन girlfriend / boyfriend किराये पर मिल जाती है जो लड़के के माता पिता के सामने गर्लफ्रैंड होने का नाटक करती है । कुल मिलाकर चीन की इतनी तरक्की हो चुकी है कि आप पत्नी और बच्चे भी afford नहीं कर सकते । धीरे धीरे भारत भी इसी तरक्की के राह पर आगे बढ़ रहा है । यहां पर भी left over women तेजी से बढ़ रहीं हैं । वह दिन दूर नहीं जब हम चीन से अधिक तरक्की कर जायेगें और पत्नी और बच्चे यहाँ भी किराये पर मिलेंगे ।
एक amul ice cream या बीयर का मग लेकर आप भी इस तरक्की को enjoy करें ।
सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम
नमस्कार मित्रों आज हम चर्चा करेंगे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के बारे में। हम चर्चा करेंगे कि कैसे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम से हरेक पैमाने पर अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम कैसे उपभोक्ता के लिए भी अच्छा है और पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के अंतर को जाने के लिए सबसे पहले हम एक उदाहरण लेते हैं l इस लेख को पूरी तरह समझने से लेख के साथ जो हमने चार्ट लगाया है उसे ध्यान से देखें । मान लो पंजाब में एक शहर है संगरूर ।इसके इर्द गिर्द लगभग 500 व्यक्ति कुल्फी बनाने के धंधे में लगे हुए हैं। यह लोग गांव से दूध लेकर रात को जमा देते हैं और सुबह तैयार कुल्फी शुरू शहर में आकर बेच देते हैं ।इस तरह आपको ताजा कुल्फी खाने को मिलती है ।यह सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम का एक उदाहरण है। दूसरी तरफ पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम में संगरूर शहर के गावों का दूध पहले 72 किलोमीटर दूर लुधियाना में बसंत आइसक्रीम के प्लांट में ट्रकों में भर भर के भेजा जाता है ।वहां पर इस प्रोसेसिंग करके इसकी कुल्फी जमा
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें