चमड़ी रोगों के होने का एक बहुत बड़ा कारण water park या swiming pool में नहाना है । क्योंकि water park वालों की सबसे बड़ी लागत पानी की होती है इसलिये कई दिनों तक पानी नहीं बदला जाता पानी मे कई ना जम जाए और यह सड़ने ना लगे इसलिये पानी में कई तरह के घातक केमिकल्स मिलाए जातें हैं ।
दूसरा कई चमड़ी के रोगी भी water park या swiming pool में नहाते रहतें हैं ।जिससे यह पानी दूषित हो जाता है ।
तीसरा अधिकतर लोग जब नहाने जातें हैं तो बीच में ही पिसाब आदि कर देतें हैं । यह दूषित पानी आप के मुंह में चला जाता है या आंखों में ,कानों में जा सकता है। इस दूषित पानी से कई तरह के skin की एलर्जी हो सकती है ।
फिल्मों में water park या swiming pool का पानी जितना साफ दिखाया जाता है असल मे उतना साफ होता नहीं ।
मेरे बेटे को water park में नहाने के कारण कई दिनों तक चमड़ी रोग रहा ।
water park या swiming pool वालों के झांसे में मत आएं । अगर अपने नहाना ही है तो बारिश में नहाएं जिससे कई चमड़ी के रोग ठीक होतें हैं ।
धन्यवाद ।
सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम
नमस्कार मित्रों आज हम चर्चा करेंगे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के बारे में। हम चर्चा करेंगे कि कैसे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम से हरेक पैमाने पर अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम कैसे उपभोक्ता के लिए भी अच्छा है और पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के अंतर को जाने के लिए सबसे पहले हम एक उदाहरण लेते हैं l इस लेख को पूरी तरह समझने से लेख के साथ जो हमने चार्ट लगाया है उसे ध्यान से देखें । मान लो पंजाब में एक शहर है संगरूर ।इसके इर्द गिर्द लगभग 500 व्यक्ति कुल्फी बनाने के धंधे में लगे हुए हैं। यह लोग गांव से दूध लेकर रात को जमा देते हैं और सुबह तैयार कुल्फी शुरू शहर में आकर बेच देते हैं ।इस तरह आपको ताजा कुल्फी खाने को मिलती है ।यह सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम का एक उदाहरण है। दूसरी तरफ पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम में संगरूर शहर के गावों का दूध पहले 72 किलोमीटर दूर लुधियाना में बसंत आइसक्रीम के प्लांट में ट्रकों में भर भर के भेजा जाता है ।वहां पर इस प्रोसेसिंग करके इसकी कुल्फी जमा
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