मेरा क्यों रोना बीमारी से लड़ने पर प्राप्त अनुभव
1. सबसे पहले मीठा खाना बिल्कुल बन्द करें किसी भी तरह का मीठा चाहे वह फलों में हो चाहे किसी और रूप में बिल्कुल बन्द करना पड़ेगा । चाहे आपको शुगर है या नहीं । शुगर के रोगी अपनी दवा जरूर लें ।
2.प्रोटीन आधारित पतली दाल ही उत्तम है । बाकि खट्टे मौसमी फल जो ठंडे बिल्कुल ना हों ।
3. आयुर्वेदिक दवाएं जो आपको चाहिए ,कॉरोनिल किट , इसमें तीन दवाइयां है शवसारी वटी यह आपके फेफड़ों को बचा कर रखती है । अणु तेल ऑक्सीजन बढ़ा कर रखता है और वायरस को जो नाक में बैठ कर operate करता है उसका दमन करता रहता है । तीसरा है कॉरोनिल टेबलेट जो शरीर को पुष्ट करता रहता है जिसमे गिलोय ,तुलसी और अश्वगंधा है ।
4.एक आपको बहुत जरूरी आयुर्वेदिक दवा चाहिये कंठ सुधार वटी । यह आपके गले को ठीक रखती है ।
5. हमेशा गर्म पानी का सेवन करें ।
6. धूप और शुद्ध ताज़ी हवा आपके लिये वरदान है ।
7 अगर बुखार ना टूट रहा हो तो महासुदर्शन घन वटी उत्तम है।
सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम
नमस्कार मित्रों आज हम चर्चा करेंगे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के बारे में। हम चर्चा करेंगे कि कैसे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम से हरेक पैमाने पर अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम कैसे उपभोक्ता के लिए भी अच्छा है और पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के अंतर को जाने के लिए सबसे पहले हम एक उदाहरण लेते हैं l इस लेख को पूरी तरह समझने से लेख के साथ जो हमने चार्ट लगाया है उसे ध्यान से देखें । मान लो पंजाब में एक शहर है संगरूर ।इसके इर्द गिर्द लगभग 500 व्यक्ति कुल्फी बनाने के धंधे में लगे हुए हैं। यह लोग गांव से दूध लेकर रात को जमा देते हैं और सुबह तैयार कुल्फी शुरू शहर में आकर बेच देते हैं ।इस तरह आपको ताजा कुल्फी खाने को मिलती है ।यह सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम का एक उदाहरण है। दूसरी तरफ पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम में संगरूर शहर के गावों का दूध पहले 72 किलोमीटर दूर लुधियाना में बसंत आइसक्रीम के प्लांट में ट्रकों में भर भर के भेजा जाता है ।वहां पर इस प्रोसेसिंग करके इसकी कुल्फी जमा
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