जिनसे अपना देश पर्शिया defend नहीं हुआ वह टा टा अब एकत्त्व की बात कर रहा है । कभी अंग्रेजों के टुकड़े पर पलने वाले और फिर कांग्रेसी भस्टाचार के गंदे नाले में नहा कर मोटा माल कमाने वाले अब एकत्व की बात करते हैं । सारे लोकल हिन्दू सराफ और सुनारों को खत्म करने वाले पूंजीपति तुम्हारी भावनाओं से खेल रहें हैं । गणपति पूजन को बढ़ावा देने वाले लोकल सुनारों को छोड़ कर तुमने लव जिहाद को बढ़ावा देनें वाले पूंजीपतियों का साथ दिया । कभी सर्फ excel को होली के रंग साम्प्रदायिक दिखती है । कभी Lg को दीवाली का प्रदूषण दिखता है लेकिन ईद का नही । कभी पारले g जोकि घटिया बिस्कुट बनाने में no 1 वह तुम्हें धमकी देता है कि अगर rublic bharat ने हिंदुओ का समर्थन दिया तो वह रिपब्लिक भारत को ad देना बंद कर देगा । हिंदुओ के दर्द को उठाना इसको समाज मे जहर घोलना दिखता है । सरकारी बैंकों से
90000 हज़ार करोड़ loan दवाकर बैठा बजाज अब तुम्हें उपदेश दे रहा है कि सुधर जायो । पहले राजनेता कम थे मुस्लिम तुष्टिकरण करने के लिये अब पूंजीपति भी कूद गए । तुमने local हिन्दू सुनार को छोड़ा तो tansiq तुम्हारे सिर पर चढ़ कर बैठ गया । तूमने local हिन्दू बेकरी वाले से देशी घी के बिस्कुट और ताज़ा
नान खताई बनवाना बन्द कर दिया तो घटिया रिफाइंड के गंदे बिस्कुट बनाने वाला तुम्हारे सिर पर मूतने लगा । तुमने फैमिली किसान से ताज़ा दूध लेना बंद करके पांच दिन पुराना केमिकल युक्त दूध लेना शुरू कर दिया तो अमुल तुम्हें देख लेने की धमकी दे रहा है । कभी आशीर्वाद अपने आटे का हलाला करवाता है क्योंकि तुमने हिन्दू किसान से सीधे गेंहू के लेकर हिन्दू चक्की वाले से पिसवाना छोड़ दिया ।
हिंदुओ जब तक तुम local हिन्दू दुकानदार ,कारीगर ,किसान ,सुनार ,के पास नहीं जायोगे यह पूंजीपति तुम्हारी भावनाओं के साथ यूंही खेलते रहेंगे । समय रहते बड़े ब्रांड के पीछे भागना बन्द कर को और local हिन्दू को support करना शुरू कर दो , जो माता के भंडारे भी लगाताता है , तुम्हारे दुख सुख में भी साथ खड़ा होता है। क्योंकि तुम नहीं जानते तनिष्क की आड़ में कोई शाहिद तुम्हारी बहन बेटी की गोद भराई की रस्म पूरी कर दे । आगे तुम बेवकूफ हो ही जो 1947 में कटने के बाद भी नहीं सुधरे । अगर गोल्ड नहीं खरीद सकते तो आटे ,दूध से ही शुरुआत कर दो नहीं तो tata sky की गोद भराई की रस्म करके हिन्दू केबल वाले का घर खुशियों से भर दो ,इस दीवाली ।
सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम
नमस्कार मित्रों आज हम चर्चा करेंगे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के बारे में। हम चर्चा करेंगे कि कैसे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम से हरेक पैमाने पर अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम कैसे उपभोक्ता के लिए भी अच्छा है और पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के अंतर को जाने के लिए सबसे पहले हम एक उदाहरण लेते हैं l इस लेख को पूरी तरह समझने से लेख के साथ जो हमने चार्ट लगाया है उसे ध्यान से देखें । मान लो पंजाब में एक शहर है संगरूर ।इसके इर्द गिर्द लगभग 500 व्यक्ति कुल्फी बनाने के धंधे में लगे हुए हैं। यह लोग गांव से दूध लेकर रात को जमा देते हैं और सुबह तैयार कुल्फी शुरू शहर में आकर बेच देते हैं ।इस तरह आपको ताजा कुल्फी खाने को मिलती है ।यह सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम का एक उदाहरण है। दूसरी तरफ पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम में संगरूर शहर के गावों का दूध पहले 72 किलोमीटर दूर लुधियाना में बसंत आइसक्रीम के प्लांट में ट्रकों में भर भर के भेजा जाता है ।वहां पर इस प्रोसेसिंग करके इसकी कुल्फी जमा
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