मोरारी देसाई को निशाने पाकिस्तान मिला । क्योकि उसने raw का गुप्त मिशन पाकिस्तान को बता दिया था जिसमे रॉ के एजेंट्स ने पाकिस्तान के परमाणु प्रयोगशाला को बम्ब से उड़ना था । आज पाकिस्तान परमाणु शक्ति देसाई की वजह से है। दुश्मन देश में जासूसों को deep assets कहा जाता है। एक बार deep assets समाप्त हो जाएं तो मुश्किल से फिर बनाने में वर्षों लग जाते हैं । मोरारजी देसाई ने रॉ के सारे deep assets पाकिस्तान की isi से मरवा दिए थे इसके पुरस्कार में पाकिस्तान ने निशाने पाकिस्तान इनाम से नवाजा था । दूसरी बार रॉ के deep assets महा मूर्ख प्रधानमंत्री गुजराल ने गुजराल डॉक्ट्रिन के नाम पर मरवाये थे
सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम
नमस्कार मित्रों आज हम चर्चा करेंगे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के बारे में। हम चर्चा करेंगे कि कैसे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम से हरेक पैमाने पर अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम कैसे उपभोक्ता के लिए भी अच्छा है और पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के अंतर को जाने के लिए सबसे पहले हम एक उदाहरण लेते हैं l इस लेख को पूरी तरह समझने से लेख के साथ जो हमने चार्ट लगाया है उसे ध्यान से देखें । मान लो पंजाब में एक शहर है संगरूर ।इसके इर्द गिर्द लगभग 500 व्यक्ति कुल्फी बनाने के धंधे में लगे हुए हैं। यह लोग गांव से दूध लेकर रात को जमा देते हैं और सुबह तैयार कुल्फी शुरू शहर में आकर बेच देते हैं ।इस तरह आपको ताजा कुल्फी खाने को मिलती है ।यह सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम का एक उदाहरण है। दूसरी तरफ पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम में संगरूर शहर के गावों का दूध पहले 72 किलोमीटर दूर लुधियाना में बसंत आइसक्रीम के प्लांट में ट्रकों में भर भर के भेजा जाता है ।वहां पर इस प्रोसेसिंग करके इसकी कुल्फी जमा
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