एक नंबर में रिश्वत लेने का सबसे अच्छा तरीका है एक NGO बनायो । उसमे सारे परिवार के सदस्य भरवा लो । फिर सारी रिश्वत donation के नाम पर एक नंबर में उसमें डलवा लो । रिश्वत देने वाले को 80G में rebate मिल जाती है । रिश्वत लेने वाले की इनकम भी taxfree होती है । सबको फायदा ही फायदा रिश्वत देने वाले को भी लेने वाले को भी । ना कानून कुछ उखाड़ सकता है ना अदालत सब कानून सही है । उदाहरण पप्पू के पिता की फॉउंडेशन । अलग अलग अधर्मगुरु भी इसी NGO के नाम पर गोरखधंधा करते हैं । कोई टैक्स नही कोई डर नही । यही है रिश्वत की आधुनिक तकनीक । रिश्वत वह 50 रुपये ही नही होती जो चौहरे पर खड़ा ट्रैफिक हवलदार लेता है यह रिश्वत समाज और देश को घुन की तरह खा रही है । सारे NGO की मान्यता सरकार को रद्द कर देनी चाहिये । पूरा टैक्स लेना चाहिये पब्लिक SERVENT या उसके परिवार के किसी भी सदस्य द्वारा NGO की MEMBERSHIP लेने पर पूरी रोक लगनी चाहिये ।
सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम
नमस्कार मित्रों आज हम चर्चा करेंगे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के बारे में। हम चर्चा करेंगे कि कैसे सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम से हरेक पैमाने पर अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम कैसे उपभोक्ता के लिए भी अच्छा है और पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम के अंतर को जाने के लिए सबसे पहले हम एक उदाहरण लेते हैं l इस लेख को पूरी तरह समझने से लेख के साथ जो हमने चार्ट लगाया है उसे ध्यान से देखें । मान लो पंजाब में एक शहर है संगरूर ।इसके इर्द गिर्द लगभग 500 व्यक्ति कुल्फी बनाने के धंधे में लगे हुए हैं। यह लोग गांव से दूध लेकर रात को जमा देते हैं और सुबह तैयार कुल्फी शुरू शहर में आकर बेच देते हैं ।इस तरह आपको ताजा कुल्फी खाने को मिलती है ।यह सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम का एक उदाहरण है। दूसरी तरफ पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम में संगरूर शहर के गावों का दूध पहले 72 किलोमीटर दूर लुधियाना में बसंत आइसक्रीम के प्लांट में ट्रकों में भर भर के भेजा जाता है ।वहां पर इस प्रोसेसिंग करके इसकी कुल्फी जमा
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