कर्ज़े की पूंजीवादी अर्थव्यवस्था
1.इससे लोगों पर कर्ज चढ़ेगा ।
2. उपभोग की बृद्धि होगी जिससे पर्यावरण का नुकसान होगा
3.औऱ तीसरा महंगाई बढ़ेगी जिससे सनातन परिवार व्यवस्था छिन भिन्न हो जाएगी ।
विकल्प सनातन सेविंग की अर्थव्यवस्था का मॉडल
1. कर्ज़े के स्थान पर लोगों के पास सेविंग होगी।
2.गैर जरूरी उपभोग में कमी होगी जिससे प्रकृति की रक्षा होगी
3.महंगाई कम होने के कारण सनातन परिवार व्यवस्था पुनः मजबूत होगी ।


पूंजीवादी इकॉनमी मॉडल के लिये बहुत जरूरी है कि एक महंगाई बढ़े और दूसरा लोगों पर कर्ज चढ़े तभी growth होगी और जीडीपी बढ़ेगी ।

यह पूंजीवादी inflationory model of economy है जिससे सबसे अधिक परिवार टूटता है । high cost of living के कारण परिवार को maintain करना कठिन होता जाता है । जिससे परिवार व्यवस्था टूट रही है अमेरिका की तरह ।

मीडिया गिरती जीडीपी आदि का शोर गुल मचा कर पब्लिक ओपिनियन तैयार कर देता है और इसकी आड़ में बड़े बड़े पूंजीपति सरकार से करोड़ों के पैकेज ले जाते है। आम लोगों को पता ही नहीं चलता कि जीडीपी के नाम पर उनके गले में कर्ज और महंगाई का फंदा कसता जा रहा है ।

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