अगर देश की जीडीपी बढ़ानी है तो अमेरिका ,इंग्लैंड की तरह भारत की परिवार व्यवस्था को भी खत्म कर होगा । क्योंकि अगर आप की मां खाना बनाती है तो वह जीडीपी में count नही होता ,अगर आपकी बहन अचार बनाती है यो वह जीडीपी में काउंट नहीं होता ,अगर आपकी पत्नी घर को साफ रखती है तो वह जीडीपी में काउंट नहीं होता ,अगर आप किसान से सीधा गेहूं लेकर पिसवाते हो तो देश की जीडीपी गिरती है । लेकिन जब यही काम हम पैसे देकर करवाते हैं तो यह जीडीपी में count होता है ।
इसलिये जब तक हमारा परिवार है तो भारत grow नहीं कर सकता । जब भारत में परिवार नहीं रहेगा तो हम भी अमेरिका ,इंगलैंड की तरह तरक्की कर जायेंगें । अमेरिका इंग्लैंड में 90% लोगों का परिवार ना होने के कारण अधिकतर लोग बाहर खाना खाते हैं या फिर फैक्टरी मेड ब्रेड आदि खाते हैं ।जिस कारण इन देशों की जीडीपी इतनी अधिक है। इसलिए अधिकतर भारतीय गुलाम को ,जो विदेशों में जाते हैं, उनको food business में ही नॉकरी मिलती है ।
अगर भारत ने भी जल्द विकसित देश बनाना है तो जीडीपी की राह में रुकावट परिवार व्यवस्था को तोड़ना होगा । आज़ादी के बाद से सरकार ,मीडिया , फ़िल्म उद्योग ,कम्यूनिस्ट ,कोरट कचहरी इस बात में लगे हुये हैं । पहले सनातन भारत मे सँयुक्त परिवार होता था ,धीरे धीरे जैसे जैसे पूंजीवादी विकास हम पर हावी हो गया हम nuclear family पर आ गए । अब अत्यधिक विकास के लिये इस न्यूक्लियर फॅमिली के स्थान पर हमे live in relation system को बढ़ावा देना चाहिये । अमेरिका इंग्लैंड की तरह अब सरकार ,मीडिया ,फ़िल्म उद्योग और कामरेडों का सारा ज़ोर इसी तरफ लगा हुआ है ।
अगर आप के पास भी जीडीपी को बढ़ाने के लिये कोई उपाय है तो comment box में लिखें
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जय जीडीपी ,जय ग्रोथ ,जय तरक्की ।
जीडीपी की पोल खोलने के लिए और नकली विकास के बारे में अधिक जानने के लिये हमारा ब्लॉग पढें sanatanbharata.blogspot.com
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