क्या पूंजीवादी बैंकिंग सिस्टम में आपका पैसा सुरक्षित है
पूंजीवादी बैंकिंग सिस्टम
में आप के पैसे से कैसे खेला जाता हैं उसको आज समझने
का प्रयास करते हैं |
अगर आप बैंक से 10 लाख रूपए का HOUSING लोन लेने जाते हो | तो बैंक कम से कम 20 लाख की जमीन गिरवीं रखेगा | पांच लाख आपको अपने पास से भी लगाने के लिए कहेगा | इस तरह बैंक के पास 35 लाख के प्रॉपर्टी गिरवीं रखने पर आपको बैंक 10 लाख रूपए का लोन देगा | हाउसिंग लोन के केस में बैंक आपकी तीन साल की RETURN , VALUATION REPORT , NON ENCUMBRANCE CERTIFICATE ,Legal Opinion , Map passed By MC आदि DOCUMENTS मांगेगा | हो सकता है इनता सब कुछ देने के बाद बैंक फिर भी हाउसिंग लोन देने से इनकार कर दे |
अब आप उसी बैंक में ,उसी मेनेजर के पास जाईये और उसी से 10 लाख का कार लोन मांगे | तो वह फटाफट 10 लाख रूपए का लोन आपको दे देगा वह भी बहुत थोड़े डॉक्युमेंट्स पर । कार लोन आपको बिना किसी जमीन आदि गिरवी रखने के आसानी से एक दो दिन मेहो जाता है । यदपि 10 लाख के कार की कीमत शो रूम से निकलते ही 8 लाख की रह जाती है ।क्योकि हाई एंड गाडी लोग केवल स्टेटस सिंबल के लिए लेते है | इसलिए हाई एंड सेकंड हैण्ड गाडी की कीमत बहुत कम होती है | अगर 10 लाख की गाड़ी 6 महीने भी चल गयी तो उसकी कीमत 60-70% रह जाएगी |
अब प्रश्न यह उठता है कि 10 लाख के HOUSING LOAN जिसके लिए आप 35 लाख के प्रॉपर्टी गिरवीं रखने को तैयार हैं उसके लिए बैंक जल्द लोन देने के लिए तैयार नहीं होता ।लेकिन कार लोन जिसमे बैंक को इतना घाटा पड़ता | बैंक उसको एक दिन में बिना किसी ठोस सिक्यूरिटी के कैसे दे देता है ?
अगर आप बैंक से 10 लाख रूपए का HOUSING लोन लेने जाते हो | तो बैंक कम से कम 20 लाख की जमीन गिरवीं रखेगा | पांच लाख आपको अपने पास से भी लगाने के लिए कहेगा | इस तरह बैंक के पास 35 लाख के प्रॉपर्टी गिरवीं रखने पर आपको बैंक 10 लाख रूपए का लोन देगा | हाउसिंग लोन के केस में बैंक आपकी तीन साल की RETURN , VALUATION REPORT , NON ENCUMBRANCE CERTIFICATE ,Legal Opinion , Map passed By MC आदि DOCUMENTS मांगेगा | हो सकता है इनता सब कुछ देने के बाद बैंक फिर भी हाउसिंग लोन देने से इनकार कर दे |
अब आप उसी बैंक में ,उसी मेनेजर के पास जाईये और उसी से 10 लाख का कार लोन मांगे | तो वह फटाफट 10 लाख रूपए का लोन आपको दे देगा वह भी बहुत थोड़े डॉक्युमेंट्स पर । कार लोन आपको बिना किसी जमीन आदि गिरवी रखने के आसानी से एक दो दिन मेहो जाता है । यदपि 10 लाख के कार की कीमत शो रूम से निकलते ही 8 लाख की रह जाती है ।क्योकि हाई एंड गाडी लोग केवल स्टेटस सिंबल के लिए लेते है | इसलिए हाई एंड सेकंड हैण्ड गाडी की कीमत बहुत कम होती है | अगर 10 लाख की गाड़ी 6 महीने भी चल गयी तो उसकी कीमत 60-70% रह जाएगी |
अब प्रश्न यह उठता है कि 10 लाख के HOUSING LOAN जिसके लिए आप 35 लाख के प्रॉपर्टी गिरवीं रखने को तैयार हैं उसके लिए बैंक जल्द लोन देने के लिए तैयार नहीं होता ।लेकिन कार लोन जिसमे बैंक को इतना घाटा पड़ता | बैंक उसको एक दिन में बिना किसी ठोस सिक्यूरिटी के कैसे दे देता है ?
तो इसका उत्तर है कि बैंक
ने कार बिकवानी होती हैं इसलिए कार लोन बिना किसी सिक्योरिटी के बहुत ही जल्दी दे
देता है | अगर आज बैंक कार लोन बंद कर दे तो कारों की बिक्री
केवल 10% रह जाये | अब प्रश्न यह उठता है की
बैंक के PROMOTORS ( मालिक ) को क्या मिलता हैं कि बैंक कार लोन इतनी
जल्दी कर देता है | आमतोर पर बैंक में PROMOTERS ( मालिक ) बहुत ही थोडा पैसा निवेश करते है | मान लो एक बैंक में PROMOTERS का पैसा 500 करोड़ लगा हैं और लोगों से उसने 2,00,000 लाख करोड़
का deposit ले रखें हैं | अब यह कार कम्पनीज इन बैंक
के PROMOTOERS को खरीद लेते हैं | तभी बैंक कार लोन इतना जल्द
कर देते हैं |कार कम्पनीज की तरह अन्य बड़े बड़े पूंजीपति लोग इन
बैंक के promoters को रिश्वत देकर बड़े बड़े लोन बिना security करवा लेते है |
सरकारी बैंकों में यह
रिश्वत मंत्रियो को दे दी जाती है | इन बैंकों के PROMOTERS अपनी पूंजी से कई गुना रिश्वत कमा लेते है | क्योंकि यह अपना 500
करोड़ बहुत पहले ही निकाल
लेते है इसलिए लोगों का पैसा वहां लोन के लिए दिया जाता है जहां पर बैंक के
प्रमोटर्स को रिश्वत मिलती है । बैंक वह मशीन है यहां पर आप 500करोड़ लगा कर 2000000
करोड़ के मालिक बन जाते हो
। प्रमोटर्स इन दो लाख करोड़ में से अपनी परिवार की कंपनीज को हाजारों करोड़ का
लोन बिना किसी security के देते हैं । बाद में इन पारिवारिक कंपनीज में loss दिखाकर लोन का पैसा हड़प कर लिया जाता है ।
प्रमाण के लिए एक बैंक की
बैलेंस शीट लगी हुई है |
बैंकिंग सिस्टम पूंजीवाद की
एक ऐसी व्यवस्था है जिसके माध्यम से गरीब और माध्यम वर्ग का पैसा लूट कर कुछ चंद
लोगो तक पहुचाया जाता है | मजेदार बात यह है कि इस सारे लूट तन्त्र के बढ़ाने
को विकास कह कर बेचा जाता है |
आपके विनाश को विकास का नाम
दे दिया गया है | इस सब दुष्प्रचार के तंत्र को पूंजीवादी information warefare कहते हैं | अगर आप ने अपना पैसा
सुरक्षित रखना है तो अपना पैसा वहां निवेश करें जहां आपके पूर्वज निवेश करते थे और
वो है सोना |
प्राचीन समय में डाकू होते
थे वह उनको लूटते थे जो अमीर थे |
यह पूंजीवादी बैंकिंग
सिस्टम वह डाकू है जो केवल और केवल गरीब को लूटता है |
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