क्यों सूख गया अराल सागर
क्यों सूख गया अराल सागर
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उज्बेकिस्तान में एक सागर था और अराल ।1950 के दशक में एक कृषि विज्ञानिक ने सोचा कि अराल सागर के आसपास विकास किया जाए। तो उसकी सलाह पर अराल सागर को जो नदियां पानी देती थी , उनके बहाव को मोड़कर वहां पर कपास और धान की फसल को उगाए जाने लगीं। धीरे धीरे अराल सागर में पानी की कमी होने लगी और आज की तरीख में अराल सागर बिल्कुल सूख गया है अराल अब पानी के स्थान पर सिर्फ नमक और रेत बची है। जो वहां पर लगातार उड़ती रहती है।
इस विनाश को विकास का नाम देकर आपके आगे परोसा जा रहा है ।क्या आप भी अपने क्षेत्र में ऐसा ही विकास चाहते हैं,
इस तरह देखा आपने कि कैसे आजकल की पूंजीवादी खेती के कारण एक पूरे का पूरा सागर सूख सकता है । भारत में भी यही तरीके की पूंजीवादी खेती होती है जिसमें एक स्थान पर केवल एक ही फसल को लगातार किसान को भी बीजने पर मजबूर किया जाता ।
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उज्बेकिस्तान में एक सागर था और अराल ।1950 के दशक में एक कृषि विज्ञानिक ने सोचा कि अराल सागर के आसपास विकास किया जाए। तो उसकी सलाह पर अराल सागर को जो नदियां पानी देती थी , उनके बहाव को मोड़कर वहां पर कपास और धान की फसल को उगाए जाने लगीं। धीरे धीरे अराल सागर में पानी की कमी होने लगी और आज की तरीख में अराल सागर बिल्कुल सूख गया है अराल अब पानी के स्थान पर सिर्फ नमक और रेत बची है। जो वहां पर लगातार उड़ती रहती है।
इस विनाश को विकास का नाम देकर आपके आगे परोसा जा रहा है ।क्या आप भी अपने क्षेत्र में ऐसा ही विकास चाहते हैं,
इस तरह देखा आपने कि कैसे आजकल की पूंजीवादी खेती के कारण एक पूरे का पूरा सागर सूख सकता है । भारत में भी यही तरीके की पूंजीवादी खेती होती है जिसमें एक स्थान पर केवल एक ही फसल को लगातार किसान को भी बीजने पर मजबूर किया जाता ।
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