कंपनियों की बनाई हुई कोई भी चीज़ सही नहीं । खाने पीने की चीज़ें स्वयं अपनी आंखों के सामने तैयार करवाएं । कंपनियों के माल पर कोई भरोसा नहीं । जिस बिस्कीट को लोग बड़े चाव से अपने बच्चों को ख़िलातें है उनमें सबसे अधिक केमिकल डाले जातें हैं ।अपनी प्रिय देशी कंपनी parle g का पैकेट उठा कर कभी देख लेना । इन कंपनियों के माल के कारण ही मेडिकल माफिया इतना मजबूत हो रहा है । food माफिया से अगर पीछा छुड़ा लिया जाए तो मेडिकल माफिया से पीछा छूट जाए और जीडीपी से भी ।
शुद्ध खाओ जीडीपी घटाओ ।
Palm oil, critic acid ,raising agents, emulsifiers बाकी ढेरों केमिकल केवल एक बिस्किट के पैकेट में । जो आप अपने नन्हे मुन्नों को हर रोज़ खिला रहे हो ।
विकल्प :- आपकी आंखों के सामने तैयार देशी बिस्कुट जिसको नान खताई भी कहतें हैं ।
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