हिंदुओं मजबूरी है हिंदुओं का समाज सरकार द्वारा कमजोर बना दिया गया है ।जिसके कारण यह हिन्दू व्यक्ति विशेष में अपना रक्षक ढूंढ लेतें हैं 4 खुद शुतर्मुर्ग की तरह सिर रेत में डाल लेतें हैं । अगर वह रक्षक कोई गलती करता है तो उसे कोसने की बजाय यह उस व्यक्ति विशेष को डिफेंड करने लगतें हैं । पहले यह गांधी नेहरू को अपना रक्षक मानते रहे । फिर कांग्रेस को और अब मोदी को ।
मुसलमान इसके विपरीत किसी व्यक्ति विशेष पर निर्भर नहीं हैं क्योंकि उनका समाज मजबूत है । उनका समाज इसलिए मजबूत है क्योंकि उनके मदरसों , समाज और परिवार तोड़ने की किसी सरकार ने कोशिश नहीं की । इसलिए मुसलमान अपने लीडर के सहारे नहीं अपने समाज ,मदरसों के सहारे मजबूत हैं । एक बार शाहबानों के केस में सरकार ने मुस्लिम समाज के अधिकार छीनने का प्रयास किया था । मुस्लिम समाज उठ खड़ा हुआ था । दुसरी तरफ सरकार ने हिन्दुओ के विवाह तक को illegal कर दिया है । हिंदुओं के देवी देवताओं ,फेरों , समाज की कोई वैल्यू नहीं केवल एक सरकारी मुलाजिम sdm के कागज़ की वैल्यू रह गई है ।
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