गुरुकुल शिक्षा प्रणाली से निकले हुए छात्र ही धर्म गुरु बन कर हिंदुओं को सही दिशा दे सकतें हैं । हिन्दुओ को दिशा देने वाली गुरुकुल प्रणाली को तीन तरह से नष्ट किया गया
1. अंग्रेजों द्वारा गुरुकुलों को जबरन बन्द करवा कर ।
2. बड़े मन्दिरों को temple endowement act बना कर सरकार द्वारा हिंदुओं का धन लूट लिया जाता है । पहले इस धन से गुरुकुलों की व्यवस्था हो जाती थी ।यह व्यवस्था आज भी चल रही है ।
3. गुरुकुलों को aided school में बदल कर । यह तकनीक आज़ादी के बाद implement हुई है ।
गुरुकुल समाप्त होने से हिन्दू समाज को मार्गदर्शन मिलना बंद हो गया और हिन्दू समाज के धर्म गुरु ,ओशो , निर्मल बाबा ,ब्रह्मकुमारी आदि जैसे बन गए । मजेदार बात यह है कि मदरसों के खिलाफ कोई साजिश नहीं हुई इसलिये मुस्लिम समाज का मार्गदर्शन करने के लिये मुल्ले मौलवी मिलते रहे । हिंदुओं की धर्म संस्था को सरकार द्वारा भृष्ट किया गया तांकि हिन्दू समाज का विनाश हो और हिन्दू सीधा सरकार और कंपनियों के नियंत्रण में आ जाएं ।जब तक गुरुकुलों से निकले हुए छात्र समाज का सही मार्गदर्शन नहीं करेंगे हिन्दू नहीं सुधरेगा ।
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