दोनों का तुलात्मक study के लिए sanatanbharata.blogspot.com पर विजिट करेंground report जो लोग अपना आटा स्वयं पिसवाते हैं वह आजकल गेहूँ में बाजरा ,जों , चने ,ज्वार , कोदरा आदि जैसे मोटे अनाज भी मिलाने लगें हैं । कल कब बाज़ार में से गेहूँ के आटे में यह सब लेनें के लिये गया तो दुकानदार ने यह सब बताया । साथ में 5 kg मक्की भी पिसवा ली । दूसरा लोग अब चीनी के स्थान पर गुड़ , शक्कर और देशी खांड का प्रयोग अधिक कर रहें हैं । यह किरयाने की दुकान पर पता चला । खाने पीने के मामले में slient क्रांति हो रही है । रिफाइन्ड , समुद्री नमक के पैर पूरी तरह से उखाड़ चुकें है । इनके स्थान पर सरसों के शुद्ध तेल और सेंधा नमक का प्रयोग बढ़ रहा है । शहरों में नए नए सनातन प्रोसेसिंग यूनिट्स जैसे अट्टा चक्की , तेल निकालने के कोहलू आदि बड़े पैमाने खुल रहें हैं । अगली क्रांति थैली वाले बासी दूध के स्थान पर ताज़ा दूध , कंपनियों के बासी दही ,मक्खन के स्थान पर ताज़ा दही मक्खन ,पनीर और घटिया ready made देशी घी के स्थान पर मक्खन से तैयार देशी घी के क्षेत्र में होगी । रोज़गार , स्वास्थ्य , प्लास्टिक के प्रदूषण रोकने के लिये सनातन व्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिये आप सबका सहयोग चाहिये । तांकि भारत को पुनः सोने की चिड़िया बनाया जा सके । food items के बाद skin care वाली कंपनियों के दांत तोड़ने की तैयारी चल रही है । साबुन पर शीघ्र पोस्ट लिखी जाएगी। धन्यवाद जय सनातन जय भारत ,जय सनातन भारत ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम और पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम

सनातन मिश्रित खेती और आज की पूंजीवादी खेती

SANATANI HOME STORAGE VS CAPITALIST STORAGE