बॉलीवुड की अधिकतर फिल्में ड्रग माफिया के पैसों से बनती हैं । इसलिए बॉलीवुड के भांड और वेश्ऐं वह सब करती हैं जो माफिया चाहता है । अगर किसी को लगता है कि बॉलीवुड के भांड या वेश्एं अपनी एक्टिंग के दम पर फिल्मों में कास्ट की जातीं हैं तो आपकी भूल है । माफिया के कहने पर बॉलीबुड की वेश्या अफसरों और नेताओं के बिस्तर गर्म करती है । दिशा पाटनी जो बॉलीवुड की बहुत बड़ी वेश्या है वह उध्दव ठाकरे के विस्तर गर्म करती है फिर उसको फ़िल्म मिलती है । संजय दत्त जो बॉलीवुड का बहुत बड़ा भड़बा था उसके घर से ak 47 निकली थीं जो दाऊद ने रखवाई थी । संजय दत्त भांड की यह सब करना मजबूरी था । नही तो उसको फिल्मे नहीं मिलती । अब यह आयर्न खान और शाहरूख खान यह सब भी नशे के कारोबार में लगे हुये हैं क्योंकि इनको फिल्मे लेनी होती हैं । अगर एक तगड़ा हाथ डाला जाए तो बॉलीवुड के 90% भांड और वेश्याएँ जेल में होंगी । फ़िल्म इंडस्ट्री एक गटर है और कुछ नहीं । कुछ लोग इनको अपना हीरो या आदर्श मानतें हैं ,जो कि बिलकुल गलत है । आप इनका मुजरा देखो लेकिन इनको अपना आदर्श मत बनाओ ।

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