क्या nation state की अवधारणा को खतरा उत्पन्न हो गया है
यह reverse migration असल में देश का dUrbanisation हो रहा है । 1920 में दिल्ली की आबादी केवल 405000 थी आज यह 3 करोड़ के आसपास होगी । यह शहरीकरण क्यों बढ़ा ,क्योकि पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में सब चीज़ बड़े शहरों में केंद्रित होती है चाहे वह ज्यूडिशियल सिस्टम हो, taxations system हो , government system हो , education system हो ,बड़ी बड़ी कंपनियों के आफिस हो ,आदि । रही सही कसर पूंजीवादी एक फ़सली खेती ने कर दी ।लेकिन कैसे इसके बारे में जानने के लिए हमारा यह ब्लॉग पढें sanatanbharata.blogspot.com और साथ मे पूंजीवादी प्रोसेसिंग सिस्टम भी urbanisation को बढ़ता है । इस सारी व्यवस्था जो देश और दुनिया में चल रही है उसको पूँजीवादी मॉडल कहते हैं । इस पूंजीवादी मॉडल की जीवन रेखा tansportion है । बिना transportion के पूंजीवादी मॉडल एक दिन नहीं चल सकता । कैसे इसको जानने के लिए हमारा यह ब्लॉग पढें https://sanatanbharata.blogspot.com/2019/11/blog-post_5.html?m=1 । जैसे ही पूंजीवादी अर्थतंत्र की जीवन रेखा transportation कोरोना के कारण बन्द हुई । पूंजीवादी मॉडल 7 दिनों में ढ़हने के कगार पर आ पहुंचा । अब हो सकता है जो nation state की अवधारणा है जो फ़्रांस की क्रांति के बाद आई थी वह सब धवस्त हो जाये और साथ मे संविधान और अँगरेजों की दी हुई शाशन और प्रशासन व्यवस्था ढह जाए । जिस तरह समाचार आ रहें हैं गाँवों में लोगों ने वहां की खुद की सरकार बना ली है अधिकतर गांवों की बैरिकेटिंग कर दी गई है । ना किसी को अंदर आने दिया जा रहा है ना किसी को बाहर । अगर कैरोना वायरस का प्रकोप और बढ़ता है तो देश localization मॉडल of गवर्नमेंट की वापसी हो सकती है यहां पर local गवर्मेंट पंचायत के अतिरिक्त किसी संविधान ,कानून की बातें ना मान कर local सरकार जैसे पंचयात आदि का आदेश लोग माने । sanatan modal of local governance मुझे निकट भविष्य में लागू होता दिख रहा है । sanatan modal of taxation जिसमे चूंगी और land revenue हो उसकी वापसी भी हो सकती है , इनकम टैक्स ,gst ,आदि बीते जमाने की बातें रह जाएंगी । centre सरकार के पास केवल मुद्रा ,defense आदि की व्यवस्था रह सकती है । सनातन गुरुकुल व्यवस्था ,सनातन न्याय व्यवस्था , सनातन गृह भंडारण ,सनातन प्रोसेसिंग सिस्टम ,सनातन लैंड मैनजमेंट सिस्टम , सनातन संयुक्त परिवार व्यवस्था ,सनातन इन्वेस्टमेंट मोडल ,सनातन मिश्रित खेती, सनातन चिकित्सा व्यवस्था , सनातन समाज व्यवस्था , की वापसी मुझे होती दिख रही है । मेरे कई मित्र मुझे फोन करके बताते है कि कोरोना वायरस के कारण जो सनातन मोडल अपने लिखा था उसके लागू होने का समय आ गया है और कहते हैं आप सही सिद्ध हुए । लेकिन किसी महामारी के कारण ऐसा होगा यह मैन सपने में भी नहीं सोचा था । भगवान करे मैं गलत साबित होऊं ,कोरोना से किसी की जान ना जाये । लेकिन मनुष्यों ने जो जीव जंतुओं ,पहाड़ों ,नदियों समुंदरों आदि पर जो अत्याचार किया है । उससे धरती माता त्राहि माम् कर उठी है । भगवान शिव ने अपना तीसरा नेत्र खोल दिया है । कोरोना वायरस के बाद दुनिया बिल्कुल पहले जैसी नही रहेगी । अगर अपने सबके बारे में विस्तार से जानना है तो हमारा सारा ब्लॉग पढें । Sanatanbharata.blogspot.com
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