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कलौंजी ,मेथे , राई आदि कई जड़ी बूटियां आपकी सेहत के लिए अत्याधिक आवश्यक हैं ।लेकिन आप इन्हें गर्म मसाले में नहीं पीस सकते । इसलिये सनातन विज्ञानियों ने इनका उपभोग सुगमता से हो सके और स्वादिष्ट भी हो, इसलिए आचार का अविष्कार किया । अधिकतर जड़ी बूटियां जो हम सीधा नहीं ले सकते लेकिन हमारे शरीर के लिये बहुत आवश्यक हैं ऐसी जड़ी बूटियां आचार में डाली जाती हैं । लेकिन बाजार में मिलने वाले पैकेटबंद आचार में यह सब जड़ी बूटियां नहीं डाली जातीं । दूसरा सनातन घर आचार को बनने में कुछ समय लगता है लेकिन पैकेटबंद आचार बेचने वाली कंपनियों के पास स्टॉक रखने के लिये इतनी जगह और इतने पैसे नहीं होते ,इसलिये यह छोटी बड़ी कंपनियां अचार को जल्द बनाने के लिये इनमें तेजाब और अन्य केमिकल डाल देतीं हैं । जिस आचार आपकी सेहत बननी थी वही आचार अब इन पैकेटबंद कंपनियों द्वारा आपके लिये जहर के समान बना दिया गया है । और एक बात , सनातन घर का आचार चीनी अधिकतर चीनी मिट्टी के बर्तनों में रखा जाता है । 5 किलो आचार को स्टोर करने के लिए चीनी मिट्टी का बर्तन लगभग 700 रुपये का आता है । यह बहुत अधिक costly है इसलिये पैकेटबंद आचार बन
इस पूंजीवादी और कम्यूनिस्ट अर्थव्यवस्था और केंद्रीकृत शासन व्यवस्था में जिन जिन लोगों और संस्थाओं की आवश्कयता समाप्त हो जाएगी उनको इस प्रकार निकाल कर फेंक दिया जाएगा जैसे दूध मे से मक्खी निकाल कर फेंक दी जाती है । सबसे पहले नंबर बैंक ब्रांचों और ca ,cs ,cma का लगने वाला है । अगले चार पांच साल में ब्रांच less बैंकिंग पूरी तरह हावी हो जाएगी । bhim upi और internet banking आदि atm और बैंकिंग ब्रांचों को निगल जाएगी । जिससे बैंकिंग में केवल highly skilled banking professional की आवश्कता रहेगी । बैंकिंग में शेष नौकरियां समाप्त हो जाएंगी । जो लोग प्राइवेट बैंकिंग सेक्टर में हैं उनका भविष्य खतरे में हैं । औऱ जो नए लोग बैंकिंग को अपना carrier बनाना चाहते हैं उनको दो बार सोचना पड़ेगा । ca ,cs और cma के दिन भी अब गिने चुने हैं की turnover 1रुपये की है या 1लाख करोड़ की । gst audit की अब सरकार को कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि online माध्यम से अधिकतर डेटा और इनफार्मेशन जो सरकार को चाहिए वह मिल रही है । income tax audit के दिन भी अब गिने चुने रह गए । मोटी बात यह कि जो लोग इन professions में हैं वह अपन
अगर 5th generation warfare जो कि social media के माध्यम से लड़ी जा रही है । जिसमें misinformation ,disinformation फैला कर देश के लोगों को आपस में लड़वाया जाता है उससे देश को बचा कर रखना है तो विदेशी unsocial media platform पर नियंत्रण रखना नित्तान्त आवश्यक है । सुनने में आया है कि सरकार twitter के पर कुतरने जा रही है और स्वदेशी koo को बढ़ावा दिया जा रहा है । जो कि बहुत स्वागत योग्य है । जिस पर हथियारों के लिये आप विदेशों पर निर्भर नहीं रह सकते उसी तरह अगर अपने 5th generation warfare के tools के तौर पर विदेशी प्लेटफॉर्म पर निर्भर नहीं रह सकते । चाहे वह हाथरस आंदोलन हो या किसान आंदोलन विदेशी social media platform की भूमिका संदिग्ध रही है । यह पैसे लेकर trend चलाते हैं ,suggested for you के नाम नीचे paid प्रोपेगैंडा चला रहे हैं । ट्विटर के बाद अगला नंबर ,यु टूब का नम्बर लगना चाहिए । गूगली ,विंडोज़ आदि का विकल्प भी ढूढ़ना चाहिये ।तभी देश 5th generation warfare में survive कर सकेगा ।
स्वदेशी bhuvan aap विदेशी गूगल मैप से कहीं अच्छा और सटीक जानकारी देता है । हमने खंड मंडल योजना बनानी थी । जिसमें मानचित्र में गांव कहाँ हैं यह हमें चाहिये था ,जब हमने गूगल मैप पर गांव खोजे तो लगभग 50% गाँव गूगल मैप पर उपलब्ध नहीं थे । जबकि bhuvan aap जो कि स्वदेशी है उस पर एक एक गांव की जानकारी थी । कल एक you tube channel पर उत्तराखंड में जिस स्थान पर बाढ़ आई थी उसका सजीव फ़ोटो गूगल मैप पर इतनी साफ नहीं थी जितनी भुवन पर । धीरे धीरे हमें भी अपने दिमाग से यह निकलना होगा कि भारत विदेशों का मुकाबला नहीं कर सकता आप भी एक बार भुवन मैप को try अवश्य करके देखें । आप भी हैरान हो जाएंगे ।
पंजाब में सनातन धर्म को अब प्रवासी हिन्दुओं ( महाराष्ट्र ,उत्तर प्रदेश ,बिहार ) द्वारा पुनर्जीवित किया जा रहा है । पंजाबी हिन्दुओं ने अपनी सारी संस्कृति और धर्म को मौज मस्ती और fun में परिवर्तित कर लिया है । मकर संक्रांति की पूर्वसंध्या पर लोहडी जो की सूर्य उपासना का पर्व है उसको पंजाबी हिन्दुओं द्वारा शराब और लचर गीतों के ऊपर अश्लील नाच गाने पर बदल दिया गया है । आज पंजाब में बसंत पंचमी का उत्सव जो की माँ सरस्वती की आराधना और हवन यज्ञ आदि का पर्व है उसको पंजाबी हिन्दुओं द्वारा लचर गीतों के ऊपर केवल पतंगबाजी करके मनाया जाता है । माँ सरस्वती के बारे में पंजाबी हिन्दुओं को कुछ नहीं पता । आशा की किरण केवल प्रवासी हिदुओं द्वारा दिख रही है । महाराष्ट्र के हिंदुओं द्वारा गणेश उत्सव अब पंजाबी हिन्दुओं द्वारा भी जोर शोर से मनाया जाने लगा है । इसी तरह दुर्गा पूजा के पंडाल भी लगने लगे हैं और छठ पर्व भी शुरू हो चुका है । लेकिन इनमें पंजाबी हिन्दुओं की समुलियात ना के बराबर होती है । बसन्त पंचमी के उपलक्ष्य में भी प्रवासी हिन्दुओं द्वारा सरस्वती पूजन और हवन के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है । प